Vishal Ramawat

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THE WORST ANIMAL(HUMAN)-25

मॉल से उठाई गई लड़की को उन लोगों ने एक कमरे में बंद करके रखा हुआ था । दोपहर में एक आदमी आकर उसे खाना देकर चला गया उस लड़की के दोनों पैर बंधे हुए थे और एक हाथ एक हाथ से उसने खाना खाया और पानी पीकर वहीं बैठ गई। वह खुद को छुड़ाने की पूरी कोशिश कर रही थी पर ऐसा पॉसिबल नहीं हो सका उसके हाथ जंजीरों से बांध रखे थे जिससे आजाद होना आसान नहीं था।

कमरे में जगह-जगह इलेक्ट्रिसिटी के वायर थे जिससे अगर उन्हें टच कर दिया तो करंट लगेगा पूरी प्लानिंग कर रखी थी जिससे वह भाग भी ना सके।

शाम को रंजना ऑफिस से घर पहुंची और उसने खाना बनाना शुरू किया खाना बनाना । खाना खाने के बाद साहिल अपने कमरे में चला गया और रंजना राघव की फोटो के पास जाकर खड़ी हो गई । तभी उसे राघव की आवाज आई इतना मत सोचो तुम जो फैसला लिया है सही लिया है तुम्हारे लिए भी और साहिल के लिए भी तो जाओ बेझिझक और उससे खुलकर बात करो।

मुझे पता है वह तुम्हारा साथ जरूर देगा और मेरे बारे में मत सोचो मुझे पता है तुमने मुझे कभी धोखा नहीं दिया और ना कभी दोगी । पर अब आगे बढ़ जाओ तुम्हें पता है मैं कभी लौट के नहीं आ सकता तो मैं तुम्हें यही कहूंगा आगे बढ़ जाओ।

रंजना बोली ऐसे कैसे आगे बढ़ जाओ मैंने तुम्हें भुलाने के लिए प्यार नहीं किया था पर तुम मुझे पहले छोड़ कर चले गए । राघव बोला जानता हूं पर मेरी बात मान लो और वह उसे मना करने लगी नहीं मैं तुम्हें नहीं भूल सकती। राघव बोला कोई बात नहीं इस बात को यहीं खत्म करते हैं पहले जाओ साहिल से बात करो।

रंजना साहिल के कमरे में गई राघव भी वही आया वह दरवाजे के पास खड़े रहकर दोनों को देख रहा था । रंजना साहिल से बोली बेटा मुझे तुमसे कुछ बात करनी है और तुम्हारी परमिशन भी जरूरी है।

रंजना बोली बेटा मैं दूसरी शादी करूं तो तुम्हें कोई ऐतराज है साहिल बोला नहीं मुझे कोई एतराज नहीं है बल्कि मुझे तो पापा मिलेंगे । सभी के पापा हैं जब पैरंट्स मीटिंग में सभी के मम्मी पापा साथ में आते हैं तो मुझे भी महसूस होता है दर्द होता है कि मेरे पापा नहीं है । पर आप किस से शादी करेगी रंजना बोली उन्हें तुम जानते हो परी के पापा यानी सुधीर से।

साहिल खुश होते हुए बोला मॉम आप यकीन नहीं करेंगे मैं इस बारे में आपसे काफी टाइम से बात करना चाहता था कि आप उनसे शादी कर लीजिए पर डरता था आपको कहीं मेरी बात पूरी ना लग जाए इसलिए। वह पुलिस वाला हमारे साथ इतना गलत कर रहा है पर हम कुछ नहीं कर सकते थे अब हमारे पापा हमारे साथ होंगे तो वह अब हमारे साथ गलत नहीं कर पाएगा।

रंजना को तसल्ली मिली कि साहिल को कोई प्रॉब्लम नहीं है दोनों कुछ देर बैठ कर बात करने लगे वही राघव उन्हें थम्सप  का इशारा करके वहां से चला गया। रंजना उसके पीछे पीछे कमरे से बाहर आई और जब बाहर आकर उससे देखा राघव अब मौजूद नहीं था।

पलक कॉलेज से घर आ गई थी और खाना खाकर अपने कमरे में लेटी हुई थी पिछले दिनों जो हुआ उसी के बारे में सोच रही थी । सारे दोस्त मिलकर उसे हमेशा खुश रखते उसके साथ हंसी मजाक करते हैं और वह भी धीरे-धीरे पहले जैसी हो रही थी। वह पिछले दिनों जो हुआ उसे भूल कर आगे बढ़ना चाहती थी और उसके दोस्त उसमें उसका पूरा साथ दे रहे थे।

खासकर मौली जो हर वक्त उसके साथ खड़ी थी इन दिनों में आदित्य और मौली की भी दोस्ती काफी गहरी हो गई थी सभी को लगता था कि इन दोनों के बीच जरूर कुछ है और सच्चाई भी यही थी । दोनों ही एक दूसरे को पसंद करते थे पर कभी दोनों ने एक दूसरे को इस बारे में जिक्र नहीं किया। दोनों ही घंटो एक दूसरे के साथ बैठते थे बातें करते रहते थे और अब तो घर आने के बाद भी दोनों की बातें होती थी।

सभी लोग गार्डन में साथ में बैठते पर यह दोनों आपस में ही बातें करने में लगे रहते थे।

सलोनी ने मौली से इस बारे में बात भी की तो मौली ने साफ बोल दिया कि उसके मन में आदित्य को लेकर कुछ भी नहीं है पर सच्चाई तो यह थी कि वह भी आदित्य को पसंद करती है। पर वह अभी तक समझ नहीं पाई थी उन दोनों के अलावी दोनों  के सभी दोस्त समझ गए थे यह दोनों एक दूसरे को पसंद करते हैं।

रात को सभी लोग फैक्ट्री में इकट्ठा हो गए थे उस लड़की को लाकर बांध दिया था उसके दोनों हाथ और दोनों पैर पिलर से बांधकर उसे खड़ा किया गया था। उसके मुंह पर टेप लगा रखी थी और आंखों पर काली पट्टी सभी लोग मौजूद थे और किसी का इंतजार कर रहे थे। तभी गाड़ी रुकने की आवाज आई और वह लड़का अंदर आया अंदर आकर वह कुर्सी पर बैठ गया और उन लोगों को इशारा किया कि उस लड़की की आंखों से पट्टी हटाए पट्टी हटाई गई । इतने सारे लोगों को देखकर उस लड़की की आंखें खुली की खुली रह गई । उस आदमी ने अपने चेहरा किसी कपड़े से ढका हुआ था। जैसे ही उसने वह कपड़ा हटाया उस लड़की की आंखें हैरानी से फैल गई।

वह कुछ बोलना चाह रही थी पर बोल नहीं पा रही थी तो उस लड़के ने एक आदमी को इशारा किया तो उसके मुंह से टाइप हटाए

लड़की बोली तूने मुझे किडनैप करवाया है तेरी इतनी हिम्मत और आज यह दिन देखना पड़ रहा है मुझे कि तू अपनी ही बहन को किडनैप करवाएगा । सही कहते थे पापा तू कभी नहीं सुधर सकता तेरा दिमाग ही खराब था लड़कियों को लेकर । आज तूने यह सच कर दिया तू हैवान है हैवान इंसान के रूप में।

तुझे तो अपना भाई कहने में भी मुझे शर्म आती है सभी लोग हैरानी से उस लड़के की तरफ देख रहे थे उन्हें भी यकीन नहीं हो रहा था कि आज उसने अपनी ही बहन को उठाया था।

वह आदमी कुर्सी से गुस्से में उठकर आया और उसने उस लड़की को तीन चार थप्पड़ मारे और अपने पैर से उसके पेट में लात मारी लड़की के मुंह से खून निकल रहा था । लड़की ने अपने मुंह से निकला हुआ खून उसके मुंह पर थूक दिया । उससे उस आदमी को और गुस्सा आया और उसने पास में पड़ी हुई एक लकड़ी उठाई और उसे मारना शुरू कर दिया।

वह जब तक उसे मारता था जब तक उसके हाथ दर्द करने लग गए जब उसके हाथ दर्द करने  लग गए तो उसने वो लकड़ी फेंकी और वहां से बाहर चला गया। वह लोग कभी उस लड़की को देखते-देखते जो दर्द है बेहोश हो चुकी थी उसके मुंह से खून निकल रहा था और कभी उस आदमी को जो गुस्से में बाहर खड़ा था कमरे से। वह वापस अंदर आया उसने उन लोगों को इसे वापस ले जाकर कमरे में बंद करने के लिए बोला और एक इंजेक्शन देने के लिए बोला।

वह लोग उसे वापस कमरे में ले जाकर बंद कर देते हैं और उसे एक ड्रग्स का इंजेक्शन दे देते हैं जिससे उसे होश ना आए।

अगले दिन सुबह रंजना साहिल के साथ उसकी स्कूल पहुंचती है जहा परी और सुधीर उसका इंतजार कर रहे होते हैं। सुधीर ने भी परी से बात कर ली थी और वह भी इस रिश्ते के लिए आप बोल देती हैं उसे भी रंजना बहुत पसंद थी।

दोनों स्कूल चले जाने के बाद वह दोनों कार में बैठते हैं और ऑफिस के लिए निकल जाते हैं दोनों एक दूसरे का जवाब जानने के लिए अंदर ही अंदर बहुत बेचैन हो रहे थे  फिर दोनों ही एक साथ बोले परी ने हां बोल दी तो रंजना बोली साहिल ने हां बोल दिया। फिर दोनों ही एक साथ हंस पड़े दोनों ने गाड़ी साइड में लगाई और सुधीर बोला फिर कब करनी है शादी तो रंजना बोले हम ज्यादा लोगों को नहीं बुलाएंगे नॉर्मल तरीके से शादी होगी या मंदिर में या कोर्ट मैरिज।

सुधीर बोला दोनों ही कर लेते हैं पहले कोर्ट जाकर कोर्ट मैरिज कर लेते हैं फिर उसके बाद मंदिर चले जाएंगे मंदिर में फेरे कर लेंगे।

सुधीर बोला मैं कोर्ट में एप्लीकेशन दे देता हूं वहां से फिर पता चलेगा तारीख कब की मिलती है रजिस्ट्रेशन की सुधीर रंजना को उसके ऑफिस जोड़कर अपने ऑफिस चला गया था।

रंजना आज ऑफिस में खुश थी रंजना आज का ऑफिस में काफी टाइम बाद खुश नजर आ रही थी। मैनेजर किसी काम से केबिन से बाहर आया था तब उसने रंजना को चेहरे पर खुशी देखी तो वह उसके पास आया और बोला क्या बात है आज काफी खुश लग रही हो, कोई खुद खुशी की बात है बताओ।
रंजना बोली हां खुशी की बात है पर आप किसी को नहीं बताओगे।

मैनेजर बोला यकीन करो आज दिन तक तुमने जितनी भी बात बताई है  मेरे को सब मेरे तक ही है। रंजना बोली मैं शादी कर रही हूं तो मैनेजर बोला यह तो बहुत अच्छी बात है मैं काफी टाइम से तुम से इस बारे में बात करना चाहता था पर सोचता था कि किस तरह से मैं बोलूं पर तुम ने एक बहुत अच्छा डिशन  लिया । इससे तुम्हें भी काफी हेल्प होगी और साहिल को भी हेल्प होगी। साहिल के सिर पर किसी का हाथ रखा जाएगा और तुम्हें एक सहारा मिल जाएगा।

घर में जब मर्द न हो तो यह जालिम दुनिया जीने नहीं देती है यह बात तुम भी जानती होगी कि तुम्हें कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । मैं दुआ करूंगा तुम्हारी आने वाली लाइफ खुशियां रहे और अच्छे से बीते। मैनेजर वापस अपने केबिन में चला जाता है। लंच टाइम में सलोनी और मौली कैंटीन में बैठे थे आदि बैठे थे।

मौली की नजर बार-बार कैंटीन के गेट की तरफ जा रही थी जिससे सलोनी कब से नोटिस कर रही थी आखिरकार सलोनी बोली किसका इंतजार कर रही है कौन आने वाला है। मौली बोली कोई नहीं सलोनी वापस अपनी किताब पढ़ने बैठ गई। थोड़ी देर बाद वापस सलोनी का ध्यान मौली की तरफ गया तो वह अब भी दरवाजे की तरफ ध्यान से देख रही थी।

जैसे उसे किसी का इंतजार हो तभी दरवाजे से आदित्य अपने दोस्तों के साथ आ रहा था। आदित्य को देखते ही मौली के चेहरे पर जो इतनी देर से बेचैनी थी वह खुशी में तब्दील हो जाती हैं। यह बात सलोनी देख लेती है सलोनी उसके सिर पर हल्की चपत लगाते हुए बोलती है कब तक अपने आप को झूठा दिलासा देती रहेगी ।

अब तो उसको प्रपोज कर दे जरूरी थोड़ी है कि हर बार लड़के ही लड़की को प्रपोज करें । जब प्यार तुम भी उससे करती हो तो बोल दो जाकर उससे । वह बोली अगर वह मुझसे प्यार नहीं करता होगा तो मेरी बेइज्जती हो जायेगी। सलोनी तुम सच में पागल हो तुम्हारे अलावा सबको पता है कि वह तुमसे कितना प्यार करता है।

आदित्य अपने दोस्तों के साथ आकर उन लोगों के पास बैठ जाता है । आदित्य बोला सलोनी तुम पूरे दिन यह किताब पढ़ती रहती हो आखिर इस किताब में है क्या जो तुम इस किताब में घुसी हुई रहती हो,  इस किताब के अलावा तुम्हें दुनिया में कोई और दिखाई नहीं देता।

सलोनी बोली यह बेहतरीन किताब है यह प्यार के सही मायने बताती है कि प्यार क्या होता है हम जिससे प्यार करते हैं उसकी खुशी पहले देखी जाती है । जरूरी नहीं कि हम जिससे प्यार करें वह हमारे साथ ही हो अगर हम जिससे प्यार करते हैं वह किसी और के साथ भी खुश है तो हम भी उसकी खुशी में खुश होते हैं यही सच प्यार है।

आदित्य बोला जरा दिखाना क्या नाम है किताब का। सलोनी ने उसे किताब दि जिस पर लिखा था।


" मेरी अधूरी सी मोहब्बत "


सलोनी बोली यह शालिनी सिंह ( शालिनी दी ) के द्वारा लिखी गई है उन्होंने बहुत सी शानदार कहानियां लिखी है तुम लोग भी पढ़ना।

कमश:
।। जयसियाराम ।।

vishalramawat"सुकून"(जाना)


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6 Comments

Natasha

05-Apr-2023 01:08 PM

Nice

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Alka jain

14-Feb-2023 12:36 PM

बेहतरीन

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अदिति झा

14-Feb-2023 12:55 AM

Nice 👍🏼

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